M Pox virus in India: मंकी पॉक्स वायरस से बचने के घरेलू उपाय, लक्षण, इलाज

Monkey pox virus से बचने के घरेलू उपाय क्या है ?

MPOX यानी मंकीपॉक्स की रक्षा करने के लिए यह कुछ सावधानियां बरती जा सकती हैं:

  1. हाथों की स्वच्छता: मंकीपॉक्स वायरस के संपर्क में आने से बचने के लिए हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं।
  2. जानवरों से दूरी: मंकीपॉक्स वायरस जानवरों से फैल सकता है, इसलिए जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
  3. खाने की स्वच्छता: मंकीपॉक्स वायरस खाने के माध्यम से फैल सकता है, इसलिए खाने को साफ और स्वच्छ रखें।
  4. टीकाकरण: मंकीपॉक्स के लिए टीकाकरण उपलब्ध है, इसलिए अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर टीकाकरण कराएं।
  5. स्वास्थ्य विभाग की सलाह: मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचना दें और जल्द से जल्द अपना इलाज शुरू करवाएं।

Monkey pox virus symptoms मंकी पॉक्स वायरस के लक्षण क्या है ?

Monkey pox

मंकीपॉक्स वायरस के लक्षण आमतौर पर 10 से 14 दिनों के भीतर दिखाई देते हैं, लेकिन कभी-कभी यह 5 से 21 दिनों के भीतर भी दिखाई दे सकते हैं। मंकीपॉक्स के लक्षणों में शामिल हैं:

  1. बुखार
  2. सिरदर्द
  3. पीठ दर्द
  4. थकान
  5. शरीर पर दाने निकलना
  6. सूजन
  7. गले में खराश
  8. मांसपेशियों में दर्द
  9. जोड़ों में दर्द
  10. उल्टी और दस्त

मंकीपॉक्स के दाने आमतौर पर शरीर के किसी भी हिस्से में दिखाई दे सकते हैं, जिनमें चेहरे, हाथों और पैरों शामिल हैं। दाने आमतौर पर 2 से 4 सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मंकीपॉक्स के लक्षण अन्य बीमारियों जैसे चेचक, खसरा और कोविड-19 से मिलते-जुलते हो सकते हैं। इसलिए, यदि आप मंकीपॉक्स के लक्षणों का सामना कर रहे हैं, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

Monkey pox virus treatment मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित का इलाज क्या है ?

मंकीपॉक्स का इलाज मुख्य रूप से लक्षणों को नियंत्रित करने और जटिलताओं को रोकने पर केंद्रित है। यहाँ कुछ सामान्य इलाज हैं:

  1. आराम और तरल पदार्थ: मंकीपॉक्स के दौरान आराम करना और तरल पदार्थ लेना महत्वपूर्ण है।
  2. दर्द निवारक: दर्द निवारक दवाएं जैसे कि एसीटामिनोफेन या इबुप्रोफेन दर्द और बुखार को कम करने में मदद कर सकती हैं।
  3. एंटीवायरल दवाएं: कुछ एंटीवायरल दवाएं जैसे कि स्मॉलपॉक्स वैक्सीन और टीपोइड इम्यून ग्लोबुलिन मंकीपॉक्स के इलाज में उपयोग की जा सकती हैं।
  4. एंटीबायोटिक्स: यदि मंकीपॉक्स के कारण जटिलताएं उत्पन्न होती हैं, जैसे कि संक्रमण, तो एंटीबायोटिक्स उपयोग की जा सकती हैं।
  5. समर्थन चिकित्सा: मंकीपॉक्स के दौरान समर्थन चिकित्सा जैसे कि ऑक्सीजन थेरेपी और पोषण संबंधी समर्थन भी महत्वपूर्ण हो सकता है।
  6. वैक्सीनेशन: मंकीपॉक्स के लिए वैक्सीन उपलब्ध है, जो उच्च जोखिम वाले लोगों के लिए उपयोग की जा सकती है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मंकीपॉक्स का इलाज मुख्य रूप से लक्षणों को नियंत्रित करने और जटिलताओं को रोकने पर केंद्रित है। मंकीपॉक्स के इलाज के लिए चिकित्सकीय सलाह लेना आवश्यक है।

क्या (Monkey pox) मंकीपॉक्स और चेचक ( small pox )एक ही हैं ?

मंकीपॉक्स और चेचक दोनों ही वायरल बीमारियां हैं, लेकिन ये एक ही बीमारी नहीं हैं। मंकीपॉक्स और चेचक दोनों ही पॉक्सवायरस नामक वायरस के कारण होते हैं, लेकिन ये दोनों वायरस अलग-अलग हैं।

चेचक एक गंभीर बीमारी है जो विश्वभर में फैली हुई है और इसके लिए टीकाकरण उपलब्ध है। चेचक के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, पीठ दर्द, थकान और शरीर पर दाने निकलना शामिल हैं।

मंकीपॉक्स भी एक वायरल बीमारी है जो अफ्रीका में पाई जाती है और इसके लक्षण चेचक जैसे ही होते हैं। मंकीपॉक्स के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, पीठ दर्द, थकान और शरीर पर दाने निकलना शामिल हैं।

मंकीपॉक्स और चेचक दोनों ही वायरस के कारण होते हैं, लेकिन ये दोनों वायरस अलग-अलग हैं और इनके लक्षण भी अलग-अलग हो सकते हैं। मंकीपॉक्स के लक्षण चेचक की तुलना में अधिक गंभीर हो सकते हैं और इसके लिए टीकाकरण उपलब्ध नहीं है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मंकीपॉक्स और चेचक दोनों ही वायरल बीमारियां हैं और इनके लिए चिकित्सकीय सलाह लेना आवश्यक है।

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