Iran supreme leader khamenei बम धमाके में बचा ईरान, भारत से कितना मजबूत ?
ईरान के सुप्रीम लीडर ने हाल ही में भारत की आलोचना करते हुए उसे उन देशों की सूची में शामिल किया, जहां मुसलमानों के साथ अन्याय और उत्पीड़न हो रहा है । भारत सरकार ने ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरु अली खामेनेई की तरफ से की गई हालिया टिप्पणियों की कड़ी निंदा की है भारत ने ईरान के सर्वोच्च नेता की टिप्पणी की निंदा की है
भारत ने कहा है कि ईरान के सर्वोच्च नेता की टिप्पणी गलत जानकारी वाली और अस्वीकार्य है । भारत ने सोमवार को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामनेई की टिप्पणी की निंदा की है । भारत ने कहा है कि ईरान के सर्वोच्च नेता की टिप्पणी से दोनों देशों के संबंधों पर फरक पड़ेगा
khamenei के ऊपर जब बम से हमला हुआ था
ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई पर 1981 में बम से हमला हुआ था। यह हमला 27 जून 1981 को तेहरान में हुआ था, जब खामेनेई एक बैठक में शामिल हो रहे थे।
हमले में खामेनेई के हाथ और पैर घायल हो गए थे, लेकिन वे बच गए थे। हमले के लिए ईरानी सरकार ने मुजाहिदीन-ए-खल्क (एमईके) नामक एक विपक्षी संगठन को जिम्मेदार ठहराया था।
यह हमला ईरान में एक महत्वपूर्ण घटना थी और इसके बाद खामेनेई की सुरक्षा बढ़ाई गई थी। इसके बावजूद, खामेनेई ने अपने राजनीतिक जीवन में आगे बढ़ने के लिए काम किया और आज वे ईरान के सर्वोच्च नेता हैं।
यदि ईरान भारत पर हमला करता है तो क्या होगा ?
यदि ईरान भारत पर हमला करता है, तो इसके कई गंभीर परिणाम हो सकते हैं। यह एक संभावित सैन्य संघर्ष होगा जिसमें दोनों देशों के बीच तनाव और हिंसा बढ़ सकती है। भारत और ईरान दोनों ही परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं, इसलिए इस तरह के संघर्ष में परमाणु हथियारों के प्रयोग की भी संभावना हो सकती है।
इसके अलावा, ऐसे संघर्ष में दोनों देशों के आर्थिक और राजनीतिक संबंधों पर भी प्रभाव पड़ सकता है। भारत और ईरान के बीच आर्थिक संबंधों में तेल और गैस की खरीद, व्यापार और निवेश शामिल हैं, जो इस तरह के संघर्ष से प्रभावित हो सकते हैं।
इसके अलावा, इस तरह के संघर्ष में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया भी महत्वपूर्ण होगी। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठन इस तरह के संघर्ष को रोकने और शांति बहाल करने के लिए प्रयास करेंगे।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह एक संभावित परिदृश्य है और वास्तविक घटनाएं अलग-अलग हो सकती हैं।
कौन कमजोर होगा
भारत और ईरान की तुलना करना मुश्किल है, क्योंकि दोनों देशों की अपनी-अपनी ताकत और कमजोरियां हैं। हालांकि, यहां कुछ बिंदु दिए गए हैं जो दोनों देशों की तुलना करने में मदद कर सकते हैं:
भारत:
ताकत:
- भारत की जनसंख्या ईरान से अधिक है (1.3 अरब बनाम 8.3 करोड़)
- भारत की अर्थव्यवस्था ईरान से बड़ी है (2020 में $2.7 ट्रिलियन की तुलना में $1.1 ट्रिलियन)
- भारत की सैन्य शक्ति ईरान से अधिक है (भारत की सैन्य शक्ति विश्व में चौथे स्थान पर है)
कमजोरियां:
- भारत की आर्थिक वृद्धि दर ईरान से कम है (2020 में 4.2% की तुलना में 1.8%)
- भारत में गरीबी और बेरोजगारी की समस्या अधिक है
ईरान:
ताकत:
- ईरान की आर्थिक वृद्धि दर भारत से अधिक है (2020 में 1.8% की तुलना में 4.2%)
- ईरान की सैन्य शक्ति भारत से कम नहीं है (ईरान की सैन्य शक्ति विश्व में 14वें स्थान पर है)
- ईरान की रणनीतिक स्थिति मध्य पूर्व में महत्वपूर्ण है
कमजोरियां:
- ईरान की जनसंख्या भारत से कम है (8.3 करोड़ बनाम 1.3 अरब)
- ईरान की अर्थव्यवस्था भारत से छोटी है (2020 में $1.1 ट्रिलियन की तुलना में $2.7 ट्रिलियन)
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये बिंदु सिर्फ एक सामान्य तुलना हैं और वास्तविक परिस्थितियों में कई अन्य कारक भी शामिल हो सकते हैं।
सैन्य क्षमता
भारत और ईरान की सैन्य तुलना करना मुश्किल है, क्योंकि दोनों देशों की अपनी-अपनी सैन्य शक्तियां और कमजोरियां हैं। हालांकि, यहां कुछ बिंदु दिए गए हैं जो दोनों देशों की सैन्य तुलना करने में मदद कर सकते हैं:
भारत:
सैन्य शक्ति:
- सक्रिय सैनिक: 14 लाख 40 हजार
- रिजर्व सैनिक: 21 लाख 50 हजार
- तोपखाना: 9,500
- टैंक: 4,065
- लड़ाकू विमान: 2,100
- हेलीकॉप्टर: 1,500
ईरान:
सैन्य शक्ति:
- सक्रिय सैनिक: 5 लाख 30 हजार
- रिजर्व सैनिक: 10 लाख
- तोपखाना: 2,500
- टैंक: 1,600
- लड़ाकू विमान: 400
- हेलीकॉप्टर: 1,000
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये आंकड़े सिर्फ एक सामान्य तुलना हैं और वास्तविक परिस्थितियों में कई अन्य कारक भी शामिल हो सकते हैं।
इसके अलावा, यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि भारत और ईरान दोनों ही परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं, और उनकी सैन्य शक्ति में परमाणु हथियारों की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो सकती है।