Ganpati visarjan 2024 किन बातो का ध्यान रखें कि गणेश जी नाराज न हो।

ganpati visarjan 2024

Ganpati visarjan 2024 किन बातो का ध्यान रखें कि गणेश जी नाराज न हो।

Ganpati visarjan 2024 निम्न बातो का ध्यान रखें जिससे गणेश जी नाराज नहीं होंगे –

गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त ?

शुभ मुहूर्त विसर्जन का निम्न प्रकार से है –

  • डेढ़ दिन: रविवार, 8 सितंबर 2024
  • तीसरा दिन: सोमवार, 9 सितंबर 2024
  • 5वां दिन: बुधवार, 11 सितंबर 2024
  • 7वां दिन: शुक्रवार, 13 सितंबर 2024
  • अनंत चतुर्दशी: मंगलवार, 17 सितंबर 2024 ¹

गणेश चतुर्थी के 10वें दिन गणेश विसर्जन होता है, जिसे अनंत चतुर्दशी कहा जाता है. गणेश चतुर्थी के बाद तीसरे, पांचवें, सातवें और दसवें दिन गणेश विसर्जन किया जा सकता है.

क्या गुरुवार को गणेश विसर्जन कर सकते हैं?

हाँ, गुरुवार को गणेश विसर्जन किया जा सकता है। गणेश चतुर्थी के बाद किसी भी दिन गणेश विसर्जन किया जा सकता है, लेकिन आमतौर पर तीसरे, पांचवें, सातवें और दसवें दिन गणेश विसर्जन किया जाता है। गुरुवार को गणेश विसर्जन करने के लिए आपको किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। लेकिन ध्यान रहे कि गणेश विसर्जन के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करना महत्वपूर्ण होता है, इसलिए किसी पंडित या ज्योतिषी से परामर्श लेना उचित होगा।

विसर्जन के दिन क्या करना चाहिए?

गणेश विसर्जन के दिन निम्नलिखित बातें करनी चाहिए:

१) सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ़ कपड़े पहनें।
२) गणेश जी की पूजा करें और उन्हें फूल, फल और मिठाई चढ़ाएं।
३) गणेश जी की आरती करें और उनकी पूजा करें।
४) गणेश जी को विदायी देते समय भावनात्मक भाषण दें और उनसे अगले वर्ष जल्दी आने की प्रार्थना करें।
५) गणेश जी की मूर्ति को सावधानी से उठाकर विसर्जन स्थल तक ले जाएं।
६) विसर्जन स्थल पर गणेश जी की मूर्ति को जल में विसर्जित करें और पूजा करें।
७) विसर्जन के बाद घर आकर स्नान करें और साफ़ कपड़े पहनें।
८) परिवार के साथ मिलकर भोजन करें और गणेश जी की कृपा के लिए धन्यवाद दें।

विसर्जन विधि क्या है?

गणेश विसर्जन विधि इस प्रकार है:

१) गणेश जी की मूर्ति को सावधानी से उठाकर विसर्जन स्थल तक ले जाएं।
२) विसर्जन स्थल पर गणेश जी की मूर्ति को जल में विसर्जित करें और पूजा करें।
३) मूर्ति को विसर्जित करते समय “गणेश जी की जय” और “गणपति बप्पा मोरिया” जैसे मंत्रों का जाप करें।
४) मूर्ति को विसर्जित करने के बाद जल में फूल और अक्षत चढ़ाएं।
५) विसर्जन के बाद घर आकर स्नान करें और साफ़ कपड़े पहनें।
६) परिवार के साथ मिलकर भोजन करें और गणेश जी की कृपा के लिए धन्यवाद दें।
७) विसर्जन के बाद गणेश जी की मूर्ति को घर में रखने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन अगर आप रखना चाहते हैं तो आप इसे अपने घर में एक सुरक्षित स्थान पर रख सकते हैं।

यह विधि आपको गणेश विसर्जन के दौरान करनी चाहिए, लेकिन ध्यान रहे कि आपको अपने क्षेत्र की परंपराओं और रीति-रिवाजों का भी पालन करना चाहिए।

विसर्जन मंत्र क्या होता है?

गणेश विसर्जन मंत्र इस प्रकार है:

“गणानाथ पाहि माम, गजानन पाहि माम,
गणेश विसर्जनम करिष्यामि,
त्वमेव माता च पिता त्वमेव,
त्वमेव बंधुश्च सखा त्वमेव,
त्वमेव विद्या द्रविणम् त्वमेव,
त्वमेव सर्वम् मम देव देव।”

इसका अर्थ यह है:

“हे गणेश जी, मेरे परिवार की रक्षा करें, मेरे परिवार की रक्षा करें।
मैं आपका विसर्जन कर रहा हूँ,
आप मेरे माता-पिता हैं, आप मेरे भाई और मित्र हैं,
आप मेरी विद्या और धन की रक्षा करते हैं,
आप मेरे जीवन के सभी सुखों के दाता हैं।”

इस मंत्र का जाप करते समय गणेश जी की मूर्ति को जल में विसर्जित करें और उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करें।

गणेश पूजा पर हमें क्या नहीं करना चाहिए?

गणेश पूजा के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए और कुछ चीजें नहीं करनी चाहिए। यहाँ कुछ बातें हैं जिन्हें आपको गणेश पूजा के दौरान नहीं करना चाहिए:

  • गणेश जी की मूर्ति को कभी भी जमीन पर न रखें, हमेशा एक चौकी या पेड़स्टल पर रखें।
  • गणेश जी की मूर्ति को कभी भी उल्टा न रखें, हमेशा सीधा रखें।
  • गणेश जी की मूर्ति को कभी भी पैरों से न छूएं।
  • गणेश जी की पूजा के दौरान कभी भी ब्राह्मणों या गुरुओं का अपमान न करें।
  • गणेश जी की पूजा के दौरान कभी भी झूठ न बोलें।
  • गणेश जी की पूजा के दौरान कभी भी दूसरों की निंदा न करें।
  • गणेश जी की पूजा के दौरान कभी भी क्रोध न करें।
  • गणेश जी की पूजा के दौरान कभी भी किसी को दंड न दें।
  • गणेश जी की पूजा के दौरान कभी भी किसी का अपमान न करें।

इन बातों का ध्यान रखकर आप गणेश पूजा को सफलतापूर्वक कर सकते हैं और गणेश जी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

Ganesh chaturthi 2024 गणेश चतुर्थी 2024 मुहूर्त, स्थापना, विसर्जन और चंद्र दर्शन

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